नए साल का आगमन नहीं लाया सिर्फ उत्तर भारत में, बल्कि पूरे देश में एक तेज ठंडक की लहर। राजस्थान ने भी नए साल की शुरुआत में ठंडी जोरदार बूंदों के साथ देखी है, और मौसम विभाग के अनुसार, राजस्थान के आगे आने वाले हफ्ते में देखने को मिलेगी गहरे कोहरे के साथ-साथ तापमान में भी बड़ी गिरावट। राजस्थान के निवासियों को हड्डीयों को कांपने के लिए तैयार रहना है।
मौसम विभाग द्वारा जारी किया गया चेतावनी:
मौसम विभाग ने ठंडी के मामले में एक चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार, शीतलहर और कड़ाके की सर्दी का प्रभाव जनवरी के पहले सप्ताह में बना रहेगा। इसके कारण लोगों से सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
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उत्तर भारत में तापमान में गिरावट:
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, इस हफ्ते उत्तर भारत, जिसमें मारुधारा भी शामिल है, में तापमान में एक काफी बड़ी गिरावट देखने को मिलेगी। शीतलहर के कारण, राजस्थान के उत्तरी पूर्वी जिलों में तापमान में एक सार्थक कमी होगी। तापमान में कमी के साथ-साथ, जयपुर, बीकानेर, जैसलमेर, सीकर, हनुमानगढ़, भरतपुर, अलवर, गंगानगर, और धौलपुर जैसे शहरों पर ठंडी बढ़ावा होगा।
सामान्य जीवन में विघ्न:
मौसम विभाग द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, ठंडी लहर का हमला राजस्थान में 11 जनवरी तक जारी रहेगा। विभिन्न जिलों को विभिन्न प्रभाव महसूस हो सकता है। हालांकि कहा जा रहा है कि इस तेज ठंडक से रबी फसलों को लाभ हो सकता है, लेकिन सामान्य जनता अपने दैनिक जीवन में बाधित हो सकती है। इसका प्रभाव क्षेत्र में चल रही ट्रेनों पर भी महसूस होगा, जिससे घने कोहरे के कारण दृश्यता पर असर पड़ेगा। इसके अलावा, मौसम संबंधित बीमारियों में वृद्धि की संभावना है।
घना कोहरा बना रहेगा:
राजस्थान के शहरों, जैसे कि जयपुर, जैसलमेर, बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, झुंझुनू, सीकर, अलवर, भरतपुर, दौसा, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर, टोंक, बूंदी, कोटा, आदि में घना कोहरा देखने की संभावना है। इन सभी जिलों के लिए एक पीला अलर्ट जारी किया गया है। जनवरी 4 तक प्रदेश में हवा सूखी रहेगी। ठंडी से बचाव के लिए लोग विभिन्न उपायों का सहारा ले रहे हैं। इसके बीच, घने कोहरे के प्रभाव से सड़कों पर दृश्यता कम हो रही है, जिससे ड्राइवर्स के लिए कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। आने वाले दिनों में भी समान मौसम की स्थिति की उम्मीद है। इसलिए, विशेष रूप से पूर्वी जिलों में, जहां कड़ाके की सर्दी का प्रभाव अधिक होगा, लोगों को ठंड से बचाव के लिए विशेष सावधानियों का पालन करने का सुझाव दिया जाता है।