नई दिल्ली: कोरोनाकाल से शुरू हुई गरीबी और भुखमरी को दूर करने के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही राशन कार्ड योजना देश के करोड़ों लोगों के लिए वरदान साबित हुई है। इस योजना के तहत गरीबों को सरकार द्वारा मुफ्त या कम दामों पर राशन दिया जाता है। लेकिन इस योजना में राशन डीलरों द्वारा अक्सर गड़बड़ी की शिकायतें मिलती रहती हैं। राशन डीलर अक्सर राशन में कटौती करते हैं या फिर मनमानी कीमत वसूलते हैं।
सरकार इन शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए राशन डीलरों की निगरानी के लिए नई व्यवस्था लागू करने जा रही है। सरकार अब राशन डीलरों को ई-तराजू से लैस करेगी। यह तराजू राशन डीलर के पास उपलब्ध पोस मशीन से लिंक होगा। इससे राशन डीलर राशन में कटौती नहीं कर सकेंगे।
ई-तराजू की खासियत
- ई-तराजू में एक सेंसर होता है जो राशन की मात्रा को मापता है। यह सेंसर राशन डीलर के पास उपलब्ध पोस मशीन से जुड़ा होता है।
- जब राशन डीलर राशन देता है तो ई-तराजू से प्राप्त मात्रा की जानकारी पोस मशीन में दर्ज हो जाती है।
- राशन कार्डधारक का अंगूठा पोस मशीन पर स्कैन करने के बाद ही राशन मिलता है।
ई-तराजू के फायदे
- राशन डीलरों द्वारा राशन में कटौती या मनमानी कीमत वसूलने जैसी गड़बड़ी पर रोक लगेगी।
- राशन कार्डधारक को सही मात्रा में और सही दाम पर राशन मिल सकेगा।
- राशन कार्ड योजना में पारदर्शिता आएगी।
कब से लागू होगी व्यवस्था
सरकार ने अभी तक इस व्यवस्था को लागू करने की तारीख घोषित नहीं की है। लेकिन माना जा रहा है कि यह व्यवस्था जल्द ही लागू हो जाएगी।
राशन कार्डधारकों को क्या करना चाहिए
राशन कार्डधारकों को चाहिए कि वे ई-तराजू की व्यवस्था के बारे में जानकारी रखें। जब भी वे राशन लेने जाएं तो ई-तराजू की जांच कर लें। यदि आपको लगता है कि राशन डीलर राशन में कटौती कर रहा है तो आप इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से कर सकते हैं।
ई-तराजू की व्यवस्था राशन कार्ड योजना में पारदर्शिता लाने का एक अच्छा कदम है। इससे राशन कार्डधारकों को सही मात्रा में और सही दाम पर राशन मिल सकेगा।
ई-तराजू की व्यवस्था को लागू करने से राशन डीलरों द्वारा राशन में कटौती या मनमानी कीमत वसूलने जैसी गड़बड़ी पर रोक लगाने के लिए निम्नलिखित उपाय किए जा सकते हैं:
- ई-तराजू को सरकार द्वारा ही खरीदा और प्रदान किया जाएगा।
- ई-तराजू को प्रमाणित एजेंसियों द्वारा ठीक से लगाया और प्रशिक्षित किया जाएगा।
- ई-तराजू की नियमित रूप से निगरानी की जाएगी।
- ई-तराजू में किसी भी तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित राशन डीलर के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
ई-तराजू की व्यवस्था के लाभों को समझने के लिए हम एक उदाहरण ले सकते हैं। मान लीजिए कि एक राशन कार्डधारक को 5 किलो गेहूं मिलना है। लेकिन राशन डीलर राशन में कटौती करके उसे 4 किलो गेहूं ही देता है। अब, यदि ई-तराजू की व्यवस्था लागू होती है तो राशन डीलर ऐसा नहीं कर सकेगा। क्योंकि ई-तराजू में राशन की मात्रा की जानकारी स्वचालित रूप से दर्ज हो जाएगी। इस प्रकार, राशन कार्डधारक को सही मात्रा में राशन मिलेगा।
ई-तराजू की व्यवस्था राशन कार्ड योजना में पारदर्शिता लाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। यह व्यवस्था राशन कार्डधारकों को सही मात्रा में और सही दाम पर राशन दिलाने में मदद करेगी