हाल ही में सोने की कीमतों में तेजी देखी गई है और जानकारों का मानना है कि पीली धातु का चमक नए साल 2024 में भी बनी रहेगी। आने वाले साल में सोना 70,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच सकता है। रुपये की स्थिरता, भूराजनीतिक अनिश्चितता, और धीमी वैश्विक आर्थिक वृद्धि के कारण सोने का आकर्षण कायम रहेगा।
विशेषज्ञों की राय:
फिलहाल, जिंस एक्सचेंज एमसीएक्स में सोना 63,060 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर है, और अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह 2,058 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस के आसपास है। इस समय रुपया 83 प्रति डॉलर के पार पहुंच चुका है।
ताजगी विश्लेषण:
दिसंबर की शुरुआत में पश्चिम एशिया में सोने के दाम बढ़े, लेकिन विश्व तनाव के कारण यह तेजी से घटा। ब्याज दरों में वृद्धि के चक्र की समाप्ति हो सकती है, लेकिन सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा।
विशेषज्ञों के अनुसार:
कॉमट्रेंड्ज रिसर्च के निदेशक ज्ञानशेखर त्यागराजन ने कहा है कि सोने का आकर्षण सुरक्षित निवेश के लिए बना रहेगा। उनकी अनुमान है कि 2024 में सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2,400 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच सकता है। चुनावी साल में रुपया कमजोर हो सकता है, जिससे घरेलू स्तर पर सोने के दाम बढ़ सकते हैं।
रिस्क और समीक्षा:
कोटक सिक्योरिटीज के उपाध्यक्ष रविंद्र राव ने बताया है कि खुदरा आभूषण खरीदारी में भारत और चीन में उच्च घरेलू कीमतों का सामना करना पड़ सकता है।
सोने की मांग और आसार:
जेम एंड ज्वेलरी डोमेस्टिक काउंसिल (जीजेसी) के चेयरमैन संयम मेहरा ने बताया कि सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव से बिक्री पर असर पड़ा है। यहां तक कि 30-35 लाख शादियों के बावजूद इस साल पीली धातु का कारोबार कमोबेश 2022 के स्तर पर रहेगा।
निर्यात और बाजार की स्थिति:
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के क्षेत्रीय मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) सोमसुंदरम पीआर ने बताया कि सोने की कीमतें वैश्विक स्तर पर ऐतिहासिक ऊंचाई पर हैं और इससे महंगाई के खिलाफ ‘हेजिंग’ के लिए सोने की भूमिका बढ़ी है। उनका कहना है कि वर्ष 2023 में सोने की मांग 700-750 टन रहेगी, लेकिन सोने में निवेश का मूल्य ऊंचा रहेगा।
निष्कर्ष:
सोने की आगामी कीमत में उतार-चढ़ावों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि भू-राजनीतिक माहौल, धीमी वैश्विक वृद्धि, और आर्थिक अनिश्चितता के कारण सोने का आकर्षण बना रहेगा।
सामान्य पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs):
- सोने की कीमत में बढ़ोतरी का मुख्य कारण क्या है?
- विशेषज्ञों के अनुसार, रुपये की स्थिरता, भूराजनीतिक अनिश्चितता, और धीमी वैश्विक आर्थिक वृद्धि सोने को आकर्षित कर रहे हैं।
- सोने की कीमत में कितनी बढ़ोतरी की जा सकती है?
- कॉमट्रेंड्ज रिसर्च के निदेशक के अनुसार, 2024 में सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2,400 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच सकता है।
- कैसे सोने के दामों पर रुपया का प्रभाव हो सकता है?
- राव ने बताया है कि खुदरा आभूषण खरीदारी में भारत और चीन में उच्च घरेलू कीमतों का सामना करना पड़ सकता है, और सोने के दाम बढ़ सकते हैं।