सोने की कीमतें, जो पिछले कुछ महीनों से लगातार बढ़ रही हैं, 6 अप्रैल 2024 को भी उतार-चढ़ाव का सामना कर रही थीं। देश के ज्यादातर शहरों में 10 ग्राम सोने की कीमत 71,000 रुपये के ऊपर रही। 24 कैरेट सोने की औसत कीमत 71,200 रुपये और 22 कैरेट सोने की औसत कीमत 65,500 रुपये थी। चांदी के बाजार में भी तेजी देखी गई और यह 83,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई।
भारत में सोने का भाव:
शहर | 22 कैरेट सोने का भाव | 24 कैरेट सोने का भाव |
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दिल्ली | 65,500 रुपये | 71,440 रुपये |
मुंबई | 65,350 रुपये | 71,290 रुपये |
अहमदाबाद | 65,500 रुपये | 71,340 रुपये |
चेन्नई | 66,150 रुपये | 72,160 रुपये |
कोलकाता | 65,350 रुपये | 71,290 रुपये |
गुरुग्राम | 65,500 रुपये | 71,440 रुपये |
लखनऊ | 65,500 रुपये | 71,440 रुपये |
बंगलुरु | 65,350 रुपये | 71,290 रुपये |
जयपुर | 65,500 रुपये | 71,440 रुपये |
पटना | 65,400 रुपये | 71,340 रुपये |
भुवनेश्वर | 65,350 रुपये | 71,290 रुपये |
हैदराबाद | 65,350 रुपये | 71,290 रुपये |
कैसे तय होती है सोने की कीमत?
भारत में सोने की कीमत कई कारकों पर निर्भर करती है, जिनमें शामिल हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत: यह सोने की कीमत का सबसे महत्वपूर्ण निर्धारक है।
- डॉलर-रुपया विनिमय दर: डॉलर के मुकाबले रुपये की कमजोरी से सोने की कीमत बढ़ सकती है।
- भारत सरकार द्वारा लगाए गए आयात शुल्क: सरकार द्वारा सोने पर लगाए गए आयात शुल्क से भी इसकी कीमत बढ़ सकती है।
- मांग और आपूर्ति: यदि सोने की मांग आपूर्ति से अधिक है, तो सोने की कीमत बढ़ सकती है।
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण:
- अमेरिकी केंद्रीय बैंक (फेड) की मौद्रिक नीति: फेड द्वारा ब्याज दरों में वृद्धि से सोने की कीमत पर दबाव पड़ सकता है।
- अंतरराष्ट्रीय व्यापार में उतार-चढ़ाव: यदि वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता बढ़ती है, तो सोने की कीमत बढ़ सकती है।
- राजनीतिक और सामाजिक घटनाक्रम: राजनीतिक और सामाजिक घटनाक्रम भी सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं।
भारत में सोने का महत्व:
भारत में सोने का सांस्कृतिक और आर्थिक महत्व दोनों है। सोने का उपयोग ज्वैलरी बनाने, निवेश के लिए और शादियों और त्योहारों में उपहार के रूप में किया जाता है। सोने को एक सुरक्षित निवेश माना जाता है और यह मुद्रास्फीति से बचाव का एक अच्छा तरीका है।